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Wednesday, May 26, 2021

Poem on Human Spirit and Life & Death-“मौत एक खौफनाक सत्य”

“मौत एक खौफनाक सत्य”

मौत ज़िंदगी की वह सच्चाई है, जिससे कोई चाहकर भी पीछा नहीं छुड़ा सकता। मौत वह है जो शरीर को आत्मा से अलग करती है।
मौत एक ऐसा खौफ़नाक सत्य है, जो हमें अपनों से हमेशा के लिए जुदा कर देता है, और हमें अकेला कर देता है।
ज़िंदगी का यह भी एक पहलू है, जिसे झुठलाना मुश्किल है। जैसे जीवन में जीना ज़रूरी है, वैसे ही नए शरीर और नई ज़िंदगी पाने के लिए मौत का आना भी ज़रूरी है।

Poem on Human Spirit and Life & Death-“मौत एक खौफनाक सत्य”

सुन मेरे शरीर — तेरी यह आत्मा भी तेरा साथ ज़्यादा दिन तक नहीं देने वाली। तुझे भी मौत आएगी, और फिर मैं तुझे छोड़ किसी दूसरे शरीर को अपनाऊँगी, और नया जीवन पाऊँगी।

तो यह है मौत की सच्चाई, जिससे हम कभी भाग नहीं सकते।




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